एक सवाल एक सवाल
दोस्त नहीं अब हम, दूर है कहीं तू किसी और की बाहों में मेरा भी नसीब चल पड़ा है किसी और दोस्त नहीं अब हम, दूर है कहीं तू किसी और की बाहों में मेरा भी नसीब चल पड़ा ...
यहां से उठे तो फिर किस तरफ़ चले सवाल था सवाल है सवाल रहा है। यहां से उठे तो फिर किस तरफ़ चले सवाल था सवाल है सवाल रहा है।
तुम हो जो हर वक्त नशे में रहते हो तुम हो जो हर वक्त नशे में रहते हो
प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII प्रिय मित्रों की अहम टिप्पणी , देखो क्या रंग लाएंगीII
कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा.... कि अब मर भी जाऊँ तुम्हारे लिए तो वो थोड़ा होगा....